World Telecom Day 2025: डिजिटल युग में लैंगिक समानता की अहमियत

World Telecom Day 2025
World Telecom Day 2025

हर साल 17 मई को World Telecom Day मनाया जाता है, जिसे अब आधिकारिक रूप से World Telecommunication and Information Society Day (WTISD) कहा जाता है। साल 2025 में यह दिन शनिवार, 17 मई को मनाया गया और इसका थीम था – “Why Gender Equality in Digital Transformation Matters” यानी “डिजिटल परिवर्तन में लैंगिक समानता क्यों मायने रखती है”।

World Telecom Day 2025 कब और क्यों मनाया गया?

World Telecom Day 2025 शनिवार, 17 मई को मनाया गया। यह दिन 17 मई 1865 को इंटरनेशनल टेलीग्राफ कन्वेंशन के हस्ताक्षर और इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन (ITU) की स्थापना की याद में मनाया जाता है। इसकी शुरुआत साल 1969 में हुई थी।

World Telecom Day 2025 का थीम क्या था?

साल 2025 में World Telecom Day का थीम था: “Why Gender Equality in Digital Transformation Matters”। इस थीम का उद्देश्य है महिलाओं और लड़कियों को डिजिटल दुनिया में बराबरी का मौका देना, ताकि वे भी तकनीक के माध्यम से विकास और नवाचार का हिस्सा बन सकें।

थीम का महत्व

डिजिटल दुनिया में आज भी महिलाओं की भागीदारी पुरुषों की तुलना में कम है। वैश्विक स्तर पर करीब 70% पुरुष इंटरनेट का उपयोग करते हैं, जबकि महिलाओं का प्रतिशत 65% है। यह अंतर विकासशील देशों में और भी ज्यादा है। इस अंतर को पाटना जरूरी है ताकि डिजिटल तकनीक से सभी को बराबरी से फायदा मिल सके।

डिजिटल लैंगिक असमानता को कैसे दूर किया जा सकता है?

लैंगिक समानता सुनिश्चित करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदमों की जरूरत है:

  • महिलाओं को डिजिटल साक्षरता देना
  • सस्ती और सुलभ इंटरनेट सुविधा उपलब्ध कराना
  • महिलाओं की तकनीकी नेतृत्व में भागीदारी बढ़ाना
  • स्कूल और कॉलेजों में टेक्नोलॉजी आधारित शिक्षा को बढ़ावा देना
World Telecom Day 2025
World Telecom Day 2025

भारत में World Telecom Day 2025 का महत्त्व

भारत में भी World Telecom Day 2025 को लेकर कई चर्चाएं और पहलें देखी गईं। खासकर ग्रामीण इलाकों में महिलाओं को डिजिटल शिक्षा और इंटरनेट सुविधा से जोड़ने की कोशिश की गई। Digital India अभियान इस दिशा में एक बड़ा कदम है।

भारत में डिजिटल परिवर्तन

भारत तेजी से डिजिटल बदलाव की दिशा में बढ़ रहा है। सरकार की Digital India योजना के तहत ई-गवर्नेंस, ऑनलाइन सेवाएं, मोबाइल कनेक्टिविटी, और 5G नेटवर्क का विस्तार किया जा रहा है। इससे समाज के हर वर्ग को जोड़ने की कोशिश की जा रही है।

भारत में टेलीकॉम सेक्टर का विकास

भारत का टेलीकॉम सेक्टर दुनिया में सबसे बड़ा और सबसे तेजी से बढ़ने वाला है। 5G नेटवर्क, इंटरनेट का बढ़ता उपयोग और ग्रामीण इलाकों में मोबाइल कनेक्टिविटी का विस्तार इसकी सफलता का प्रमाण हैं। यह सेक्टर शिक्षा, स्वास्थ्य और ई-कॉमर्स जैसे क्षेत्रों में बड़ा योगदान दे रहा है।

लैंगिक डिजिटल अंतर को कम करने के प्रयास

भारत में महिलाओं की डिजिटल भागीदारी बढ़ाने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं:

  • महिलाओं के लिए डिजिटल साक्षरता अभियान
  • रूरल इंटरनेट प्रोग्राम्स
  • महिला उद्यमियों को डिजिटल उपकरणों और प्रशिक्षण की सुविधा
  • सीधे मोबाइल बैंकिंग और UPI से जोड़ना

World Telecom Day क्यों मनाया जाता है?

World Telecom Day के पीछे उद्देश्य है लोगों को यह बताना कि टेलीकॉम और सूचना प्रौद्योगिकी हमारे जीवन में कितनी अहम भूमिका निभा रही है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि कैसे तकनीक ने दुनिया को जोड़ा है और आज यह हर क्षेत्र में विकास का इंजन बन गई है।

World Telecom Day 2025 का सामाजिक प्रभाव

साल 2025 का थीम समाज को यह संदेश देता है कि अगर डिजिटल क्रांति का फायदा सभी तक पहुंचाना है तो हमें लैंगिक समानता पर फोकस करना होगा। जब महिलाएं भी डिजिटल दुनिया में बराबरी से भाग लेंगी, तभी हम असली डिजिटल समावेश की ओर बढ़ सकेंगे।

Also read: Norton V4SV vs Ducati Scrambler कौनसी बाइक है आपके लिए बेस्ट? पूरी तुलना आसान हिंदी में

World Telecom Day 2025 सिर्फ एक तकनीकी उत्सव नहीं था, बल्कि यह एक सामाजिक संकल्प का दिन था। डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन का असली फायदा तभी मिलेगा जब महिलाएं और पुरुष दोनों समान रूप से इसका हिस्सा बनें। भारत जैसे देश में, जहां तकनीक तेजी से फैल रही है, वहां लैंगिक डिजिटल समानता को सुनिश्चित करना और भी जरूरी हो जाता है।

इसलिए, World Telecom Day 2025 का थीम हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि भविष्य में तकनीक और समानता का संतुलन कैसे बनाया जाए।

Leave a Comment